Thursday, 16 February 2017

एक बार फिर मध्य प्रदेश रेप के मामले में पहले नंबर पर है। इसके साथ ही कुल अपराध (आईपीसी) में भी उसका स्थान पहला है

नई दिल्ली। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देशभर में 2014 में हुए कुल अपराधों के आंकड़े जारी कर दिए हैं।


जारी आंकड़ों के अनुसार एक बार फिर मध्य प्रदेश रेप के मामले में पहले नंबर पर है। इसके साथ ही कुल अपराध (आईपीसी) में भी उसका स्थान पहला है। हत्या और अपहरण के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है, वहीं चोरी के मामले में सबसे अधिक दिल्ली में हुए।
भले ही अपराधों के मामलों में दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश का नाम सुर्खियों में रहता हो पर एनसीआरबी के ताजा आंकड़े और ही कहानी बयां कर रहे हैं। बीते सालों की तुलना में सबसे ज्यादा अपराध मध्य प्रदेश में हुए हैं। इनकी बढ़ोत्तरी दर 358 प्रतिशत रही है। भले ही दिल्ली को रेप कैपिटल कहा जाता हो पर एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार बीते साल में मध्य प्रदेश में 5,076 रेप की घटनाएं हुई। यानी हर दिन करीब 14 रेप इस प्रदेश में हुए। रेप के मामले में दूसरे नंबर पर राजस्थान है यहां 3759 और तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश है जहां 3461 इस तरह के मामले दर्ज किए गए। दिल्ली में 2,096 ही दर्ज किए गए। दिल्ली के मुकाबले मध्य प्रदेश में इसकी दर दोगुनी है। सबसे कम रेप के मामले नागालैंड से है यहां एक साल में कुल 30 प्रकरण सामने आए हैं। 2013 में महाराष्ट्र में 4335 और महाराष्ट्र में 3065 मामले सामने आए थे।
उत्तर प्रदेश भले जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश हो पर रेप के मामलों में तीसरे नंबर आता है। लेकिन हत्या और अपहरण के मामले में ये अव्वल नंबर पर है। यहां थाने में दर्ज किए गए अपराध का स्तर 358 है। बीते साल देश में 33, 981 हत्या हुईं। इसमें सबसे ज्यादा 5,150 उत्तर प्रदेश में हुईं।


इसी तरह देश में अपहरण और भगा ले जाने के 77, 237 प्रकरण सामने आए इसमें उत्तर प्रदेश में 12,361 मामले उत्तर प्रदेश के हैं। लूट के मामलों में महाराष्ट्र देश में पहले नंबर पर है। बीते साल देश में चोरी की 4,40,915 घटनाएं हुई इसमें दिल्ली में 78,753 चोरियां दिल्ली में हुईं। इसी तरह छोटे बड़े अपराध 28,51,563 पूरे देश में हुए इसमें अकेले मध्य प्रदेश में 2,72,423 हुए।

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