मथुरा। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को साकार रूप देने वाली नारी सशक्तिकरण को प्रेरणा देने वाली प्रेरणा शर्मा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराने कॉलेज प्रबंध समिति द्वारा सम्मानित कर शुभकामनाएं दी गईं।बीएसए कॉलेज की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा मेमोरी गर्ल प्रेरणा शर्मा ने पिछले दिनों गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराने को प्रजेंटेशन दिया था। उसने 500 अंकों को एक मिनट में अपनी मेमोरी में फिक्स करके उल्टे और सीधे क्रम में बोलकर व लिखकर दिखाया था। छात्रा की इस उपलब्धि से बीएसए कॉलेज का नाम रोशन होने पर प्रबंध समिति सचिव विनोद गर्ग कसेरे, प्रबंध समिति सदस्य अरविंद अग्रवाल एडवोकेट, प्राचार्य डॉ.सुमन कुमार, डॉ.अशोक अग्रवाल, डॉ.आरएन मिश्र, डॉ.मधुबाला गर्ग, डॉ.रुचि अग्रवाल आदि ने सम्मानित किया। मथुरा। अमेरिका के लेंस श्रेहार्ट का रिकॉर्ड तोड़कर मथुरा की मैमोरी गर्ल प्रेरणा शर्मा ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। प्रेरणा ने 500 अंकों को अपनी मैमोरी में केवल 8 मिनट 33 सेकंड में फिक्स करके उल्टे व सीधे क्रम में सुना डाला। इसके साथ ही उन्होंने यूएसए के लेंस श्रेहार्ट का रिकॉर्ड तोड़ दिया। नंबर ऑफ मेमोरी रिकॉर्ड के मामले में गिनीज बुक में दर्ज होने वाली प्रेरणा शर्मा पहली लड़की हैं।
20 वर्ष में बनाया विश्व रिकॉर्ड
मथुरा के सौंख रोड स्थित पद्मपुरी कालोनी में रहने वाले एक परिवार में प्रेरणा शर्मा पली बढ़ी है। प्रेरणा ने 20 वर्ष की उम्र में मैमोरी में विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है। इससे पहले प्रेरणा एशिया बुक और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं। वर्तमान में प्रेरणा शर्मा बीएसए कॉलेज से बीएससी कर रही हैं।
ट्यूशन के पैसे से की पढ़ाई
प्रेरणा के परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। फिर भी परिवार ने बड़ी मेहनत करके प्रेरणा को पढ़ाया। परिवार की स्थिति को देखते हुए प्रेरणा ने खुद जिम्मेदारी उठाई। प्रेरणा ने बताया कि परिवार में मम्मी और नानी हैं। तीन साल से वो बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई की फीस दे रही हैं।
प्रेरणा के परिवार में ख़ुशी
प्ररेणा की मां का कहना है कि जब से उनकी नौकरी चली गयी तब से बड़ी मुश्किल से उन्होंने प्ररेणा का पढ़ाया है। वो कहती हैं कि वो हमेशा गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराना चाहती थी। आज उसने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा दिया है। मुझे बहुत खुशी है कि मेरी बेटी ने परिवार का नाम ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन किया है।
गिनीज बुक में बनीं पहली लड़की
पहली बार किसी लड़की ने गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। प्ररेणा ने बताया कि लिम्का बुक रिकॉर्ड में उन्होंने नौ अगस्त को अपना नाम दर्ज कराया था। इंडियन बुक रिकॉर्ड में चंडीगढ का रिकॉर्ड ब्रेक किया था। एशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्ररेणा ने अव्यक्त नाम का रिकॉर्ड ब्रेक किया था। प्रेरणा ने बताया कि गिनीअब तक वो पांच रिकॉर्ड बना चुकी हैं।
आईएएस बनने का सपना
मैमोरी गर्ल प्रेरणा का सपना आईएएस बनना है। उसका कहना है कि वो आईएएस बनना चाहती है। आगे भी इसी तरह के रिकॉर्ड बनाउंगी। गिनीज बुक में नाम दर्ज होने पर प्रेरणा बेहद खुश है। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैंने देश के लिए कुछ किया है।
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